हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस क्या है ?
हर्पीस एक आम बीमारी है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। हर्पीस रोग हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) के कारण होने वाला गम्भीर संक्रमण है। यह वायरस इंसान के बाहरी जननांग, गुदा के क्षेत्र, त्वचा, मुंह, होंठ, जननांगों और आंखों को प्रभावित कर सकता है। हर्पीस एक संक्रामक वायरस है। जो संक्रमित व्यक्ति के माध्यम से एक दूसरे में फैलता है। यह संक्रमण लार, योनि स्राव या वीर्य के संपर्क में आने से फैल सकता है। हर्पीस मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं, HSV-1 और HSV-2 हर्पीस से बहुत अधिक खुजली होती है साथ ही दर्दनाक फफोले या घाव हो जाते हैं। जो कुछ समय के लिए कभी आते हैं व कभी चले जाते हैं। हर्पीस से ग्रसित व्यक्ति घावों पर ध्यान नहीं देते हैं एवम उन्हें किसी और चीज़ का घाव मान लेते हैं, इसलिए उन्हें पता नहीं चलता कि वे हर्पीस से संक्रमित हैं।
हर्पीस रोग के प्रकार -Types of Herpes Simplex Virus in Hindi
हर्पीस मुख्यतः दो प्रकार का होता है। HSV-1 और HSV-2 हर्पीस गम्भीर बीमारी है जिसका सही इलाज अभी तक नही मिला है। इस रोग को समय रहते पहचान लिया गया तो इसे कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
हर्पीस HSV-1 में आमतौर पर मुंह और होंठ के छालों का कारण बनता है, जबकि हर्पीस HSV-2 आमतौर पर जननांगों के छालों का कारण बनता है।
हर्पीस के लक्षण - Symptoms of herpes
- दर्दनाक, तरल पदार्थ से भरे फफोले
- खुजली
- जलन
- सूजन
- लालिमा
- बुखार
- सिर दर्द
हर्पीस को रोकने के उपाय :
- सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।
- हर्पीस संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क से बचें।
- हर्पीस के टीके लगवाएं