आज हम मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के जीवन और राजनीतिक कैरियर के बारे में बनाते जा रहे है। डॉ. मोहन यादव का जन्म महादेव के नगरी उज्जैन में 25 मार्च, 1965 को को हुआ था। डॉ मोहन ने माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन से स्नातक और एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। डॉ मोहन यादव 1990 से 1992 तक उज्जैन जिले के माधव विज्ञान महाविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके है। सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष. सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख. सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री रह चुके है।
डॉ मोहन यादव की राजनीतिक शुरुआत
आप की जानकारी के लिए बता दे डॉ. मोहन यादव ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत 1993 से उज्जैन जिले के नगर निगम में पार्षद रह कर की थी। वही सन 1998 से 2002 तक नगर निगम के उपाध्यक्ष भी रहे थे। डॉ मोहन यादव ने अपना पहला विधानसभा चुनाव सन 2014 में भाजपा से टिकट लेकर उज्जैन दक्षिण से चुनाव लड़ा। साथ ही डॉ मोहन यादव ने अपने पहले विधानसभा चुनाव में जीत का स्वाद चखा। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को 13,000 से अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता।
डॉ मोहन यादव का समाज मे योगदान
डॉ. मोहन यादव एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वह कई गैर-सरकारी संगठनों के साथ जुड़े हुए हैं। वह शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काम करते हैं। फिलहाल डॉ मोहन यादव की जिम्मेदारी बढ़ गई हैं। वह मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री चुने गए है। उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में डॉ. मोहन यादव को एक लोकप्रिय नेता माना जाता है। वह अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कई विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए जाने जाते हैं।