मालदीप के साथ छोटी सी बात पर शुरू हुआ विवाद अब मालदीप से भारतीय सेना की वापसी के अल्टीमेटम तक पहुंच चुका है जिस मालद्वीप से भारत का पुराना नाता रहा है वही मालद्वीप आखिर भारत को आंखें दिखाने की हिमाकत क्यों कर रहा है पूर्व राजनयिक और यूपीएस सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके शशि थरुण्य भारत सरकार को ना सिर्फ सावधान किया है बल्कि इस बात को साफ किया है कि चीन भारत की सीमा पर अपना प्रभाव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।
हमें मालद्वीप सरकार के साथ चीन की बढ़ती नजदीकियों पर बारीकी से नजर रखनी होगी शशि ठर ने आगे कहा है कि भारत सरकार को मालद्वीप की चीन से बढ़ती नजदीकियों से होने वाले खतरे के बारे में पता होना चाहिए चीन हमारे सभी पड़ोसी देशों में तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है भारत को निश्चित रूप से सतर्क रहना चाहिए और हमारी सरकार को उन खतरों के बारे में पता होना चाहिए भारत और मालद्वीप के रिश्ते मौजूदा वक्त में अपने बुरे दौर में हैं। (ads)
दरअसल वहां पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में चीन समर्थित मोहम्मद मुज्जू की जीत हुई मोजू ने राष्ट्रपति चुने जाने के बाद ही भारत से मालद्वीप में तैनात अपने सैनिकों को बुलाने की बात कही मोहम्मद मोजू ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान ही भारतीय सेना को वापस भेजने का मुद्दा उठाया था मोजू हाल ही में चीन के दौरे पर भी गए थे। और लौटते ही भारतीय सेना की मालद्वीप से वापसी की डेडलाइन तय कर दी है मोहम्मद मुजू भारत की यात्रा से पहले चीन की यात्रा करने वाले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित मालद्वीप के पहले राष्ट्रपति भी बन गए हैं क्योंकि पुराने राष्ट्रपतियों के रास्ते से हटकर मोइज ने भारत की जगह सबसे पहले तुर्की का दौरा किया था। (ads)
जिसके बाद चीन जाकर शी जिनपिंग से भी मिलाए लेकिन भारत दौरे पर जब आने की पेशकश की तो भारत ने फिर भाव नहीं दिया भारत और मालद्वीप के बीच फिलहाल तो विवादों की शुरुआत तब हुई जब पीएम मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा की थी पीएम मोदी ने अपने लक्षद्वीप दौरे की कुछ तस्वीरें भी शेयर की थी भारतीयों से लक्षद्वीप घूमने की अपील की थी पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना गया और सोशल मीडिया पर मालद्वीप तब ट्रेंड करने लगा था पीएम मोदी का लक्षदीप दौरा मालद्वीप में भी सुर्खियों में आ गया क्योंकि पीएम मोदी की यात्रा पर मोजू सरकार के कई मंत्रियों और अधिकारियों ने विवादित टिप्पणी की थी इसे लेकर भारत ने मालद्वीप सरकार के सामने आपत्ति दर्ज कराई इसके बाद मोजू सरकार ने अपने तीन मंत्रियों को हटा दिया लेकिन विवाद अब भी जारी है अब लक्षदीप से आगे बढ़कर मुद्दा भारतीय सैनिकों तक आ पहुंचा है।