सतना जिला: इतिहास, संस्कृति, प्रमुख स्थान और जनसंख्या विवरण

Dharmendra Choudhary
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आज के इस पोस्ट पर हम आपको सतना जिले के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे । सतना जिला मध्य प्रदेश राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। इसका मुख्यालय सतना शहर है। जिला के उत्तर में उत्तर प्रदेश, पूर्व में पन्ना, दक्षिण में सीधी और पश्चिम में रीवा जिले से घिरा हुआ है। सतना जिला 7,495 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ। इसका अधिकांश भाग पहाड़ी है। इस जिले में विंध्य पर्वत श्रृंखला का विस्तार है।

सतना का पुराना नाम क्या है?

सतना जिले का इतिहास बहुत ही पुराना है। सतना जिले के इतिहास में नजर डाले तो पुराने समय में सतना जिले का नाम "उचेहरा" हुआ करता था 18वीं शताब्दी तक सपना जिले का नाम उचेहरा होता था। जब यह नागोद की राजधानी थी। जैसे-जैसे समय बीतता गया सतना जिले का नाम सतना हो गया और यह क्षेत्र का आधिकारिक नाम बन गया।
इसके अलावा कुछ स्थानीय इतिहासकारों की पुस्तको के अनुसार  सतना जिले का पुराना नाम "बघेलखंड" हुआ करता था। यहाँ रीवा की संधि राज्य का शासन था। और सतना के पश्चिम में सामंती सरदारो का शासन हुआ करता था।

सतना के राजा कौन थे?

सतना जिले में इतिहास के कई राजवंशो और शासको ने राज किया है। जिनकी जानकारी हम आप को दे रहे है।

बाघेल राजवंश (12वीं-18वीं शताब्दी):

वीर सिंह: 12वीं शताब्दी में सतना क्षेत्र पर विजय प्राप्त करने वाले पहले बाघेल राजा थे।
राजा रामप्रसाद: 18वीं शताब्दी के प्रसिद्ध शासक जिन्होंने नागोद राज्य की स्थापना की और सतना को उसकी राजधानी बनाया।
ब्रिटिश शासन (19वीं-20वीं शताब्दी):
1818 में, सतना ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन आ गया।
1857 के विद्रोह के बाद, सतना को ब्रिटिश राज में शामिल कर लिया गया।
स्वतंत्र भारत (1947-वर्तमान):
1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, सतना मध्य प्रदेश राज्य का हिस्सा बन गया।

सतना जिले में कौन सी भाषा बोली जाती है?

सतना जिले में बोली जाने वाली भाषा "बघेली" है।  यह हिंदी भाषा की ही एक बोली है। बघेली भारत के बघेलखंड क्षेत्र में बोली जाती है। मध्यप्रेदश के इन जिलों में बघेली बोली जाती है रीवा , सीधी, सतना , शहडोल, अनूपपुर और उमरिया।

सतना जिले की कुल जनसंख्या कितनी है?

सतना जिले की कुल जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 22,28,935 है। पुरुषों की जनसंख्या 11,39,251 (51.12%) और महिलाओं की जनसंख्या 10,89,684 (48.88%) है।
SC ST समुदाय के लोग


सतना में कौन सी जाति में आता है?

सतना जिले में बहुत सी जातियों के लोग रहते  हैं। सतना जिले में अनुसूचित जातियों (SC) की जनसंख्या 43.82% है, वही अनुसूचित जनजातियों (ST) की जनसंख्या 37.61% है। सतना जिले में सबसे बड़ी अनुसूचित जनजाति समुदाय गोंड समुदाय है, उसके बाद कोरवा और पंडव समुदाय हैं।

सतना जिला क्यों प्रसिद्ध है?

सतना जिला अपने दो धार्मिक स्थलों की वजह से ज्यादा प्रसिद्ध है उत्तर में चित्रकूट धाम और पश्चिम में मैहर का मां शारदा देवी का मंदिर हाल ही में मैहर को जिला बना दिया गया है मैहर धाम की वजह से सपना बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। इनके अलावा सतना जिले में बहुत से पर्यटक स्थल मौजूद है।
मैहर माँ शारदा माता धाम 


सतना जिले का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?

सतना जिले का सबसे बड़ा गांव निश्चित रूप से बताना मुश्किल है क्योंकि "बड़ा" गांव को किस आधार पर परिभाषित करें। आप की जानकारी के लिए बता दे 2011 कि जनगणना के अनुसार क्षेत्रफल के हिसाब से "मउवां गांव" सतना जिले का सबसे बड़ा गांव है। वही जनसंख्या के हिसाब से भी "मउवां गांव" सबसे बड़ा है।


सतना जिले में कुल कितने गांव हैं?

वही बात करे सतना जिले में कुल कितने गांव है। तो 2024 में सतना जिले में कुल गांवो की संख्या बताना मुश्किल है। क्योकि सरकारी डेटा समय के साथ बदलता रहता है। लेकिन 2011 की जनगणना के अनुसार सतना जिलो में गांवो की कुल संख्या 1063 थी।

सतना का मालिक कौन है?

इंटरनेट में लगातार यह सवाल पूछा जा रहा है कि सतना जिले का मालिक कौन है। आपको बता दे वर्तमान समय में सतना जिले का कोई भी मालिक नहीं है। सतना जिले की तहसील रघुराज नगर है और यहां के जिला न्यायाधीश वर्तमान समय में अनुराग वर्मा जी हैं।

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