क्या आप एक ऐसी महिला हैं जो सिलाई में रुचि रखती हैं और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं? या क्या आप किसी ऐसे पारंपरिक कौशल के जानकार हैं, जिसे और निखारना चाहते हैं? अगर हां, तो आपके लिए खुशखबरी है! भारत सरकार की प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) आपके सपनों को साकार करने में मदद कर सकती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को न केवल कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाता है, बल्कि उन्हें वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।
महिलाओं के लिए विशेष लाभ:
- मुफ्त सिलाई मशीन: 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं, जो सिलाई में रुचि रखती हैं, उन्हें इस योजना के तहत एक मुफ्त सिलाई मशीन प्रदान की जाती है।
- कौशल विकास प्रशिक्षण: सभी लाभार्थियों को 40 घंटे का बेसिक प्रशिक्षण और इच्छुक होने पर 15 दिन का एडवांस प्रशिक्षण दिया जाता है।
- प्रशिक्षण के दौरान वजीफा: एडवांस प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन ₹500 का वजीफा दिया जाता है।
- टूलकिट के लिए वित्तीय सहायता: सिलाई मशीन या अन्य आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए ₹15,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
अन्य लाभ:
- ₹3 लाख तक का ऋण: व्यवसाय शुरू करने या बढ़ाने के लिए 5% ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है।
- पहचान पत्र और प्रमाण पत्र: लाभार्थियों को एक पहचान पत्र और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है, जो उनके कौशल को मान्यता देता है।
पात्रता:
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक पहले से किसी अन्य सरकारी योजना का लाभार्थी नहीं होना चाहिए।
- आवेदक या उसके परिवार का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
- आवेदक ने पिछले 5 वर्षों में किसी सरकारी बैंक से ऋण नहीं लिया होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया:
- अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं।
- अपना आधार कार्ड और बैंक विवरण लेकर जाएं।
- CSC कर्मचारी आपकी सहायता से आवेदन भरेंगे।
निष्कर्ष:
पीएम विश्वकर्मा योजना महिलाओं और पारंपरिक कारीगरों के लिए एक सुनहरा अवसर है। अगर आप अपने कौशल को निखारना चाहते हैं और आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ उठाएं।