पुराने से पुराने जोड़ों के दर्द, घुटनों के दर्द, कमर दर्द या हाथ-पैर के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आक का पौधा एक रामबाण इलाज हो सकता है। आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल किया जाने वाला यह पौधा अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुणों के लिए जाना जाता है।
आक के पत्तों का इस्तेमाल कैसे करें?
- आक के पत्तों को तोड़कर साफ करें।
- पत्तों पर हल्का सा सरसों का तेल लगाएं।
- तवे पर हल्की आंच पर पत्तों को गर्म करें जब तक वे नरम न हो जाएं।
- गर्म पत्तों को दर्द वाली जगह पर रखें और कपड़े या पट्टी से बांध दें।
- 10 मिनट से आधे घंटे तक पत्तों को लगा रहने दें।
- इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराएं।
आक के अन्य फायदे:
- चोट, मोच और घाव को भरने में मदद करता है।
- त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे एग्जिमा, दाद और खुजली से राहत दिलाता है।
- अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की समस्याओं में आराम देता है।
- रूसी दूर करने और बालों के विकास को बढ़ावा देता है।
सावधानियां:
- आक का पौधा जहरीला होता है, इसलिए इसे खाने या खुले घाव पर लगाने से बचें।
- आक के दूध या पत्तों को आंखों और नाक से दूर रखें।
- किसी भी तरह की एलर्जी या परेशानी होने पर तुरंत इस्तेमाल बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।