सतना – आज 9 अगस्त 2023 है जिसे आदिवासी दिवस के रूप में पूरे दुनिया मे मनाया जाता है। आदिवासी समुदाय का आस्तित्व बनाये रखने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। आदिवासी सुमदाय को अपना संस्कृति और सम्मान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इस जनजाति को संरक्षण और बढ़ावा देने, इनकी संस्कृति व सम्मान को बचाने के लिए आदिवासी दिवस मनाया जाता है। आज ग्राम सज्जनपुर में आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर सभी ग्रामवासियों के द्वारा सज्जनपुर नई बस्ती में आदिवासी जंयती मनाई गई।
सज्जनपुर में मनाया गया आदिवासी दिवस
आज 9 अगस्त को ग्राम सज्जनपुर में SC/ ST समाज के द्वारा पूरे गांव में आदिवासी दिवस की रैली धूम धाम से निकाली गई । आदिवासी दिवस रैली को संपन्न बनाये के लिए ग्राम सज्जनपुर में भीम आर्मी कार्यकर्ताओ का योगदान रहा है। सज्जनपुर में भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के द्वारा SC/ST समाज को जागरूक बनाने की पहल शुरू कर दी है। सज्जनपुर में आदिवासी दिवस कार्यक्रम को सफल बनाए में सज्जनपुर के भीम आर्मी ग्राम अध्यक्ष सुनील सारंग जाटव और उनके कार्यकर्ताओं का अहम योगदान रहा है।
क्यों मनाया जाता है आदिवासी दिवस
आज के वर्तमान समय मे आदिवासी समुदाय ही शिक्षा से ज्यादा वंचित है। सतना जिले में मात्र 5 फीसदी ही आदिवासी के बच्चे कॉलेज तक पहुँचते है। आदिवासी समाज अपने अस्तित्व , संस्कृति और सम्मान को बचाये रखने के लिए संघर्षरत है। इसीलिए 9 अगस्त के दिन विश्व भर के आदिवासी समुदाय आदिवासी दिवस मनाती है।
विश्व आदिवासी दिवस का क्या महत्व है?
विश्व मे आदिवासी समाज का बहुत बड़ा महत्व है। आदिवासी आबादी को बढ़ावा देने एवम उनकी रक्षा करने तथा विश्व मे आदिवासी समुदाय की रहने की बेहतर व्यवस्था बनाये रखने के लिए 9 अगस्त को आदिवासी जंयती मनाई जाती हैं।