जिनके घर में न्यूबॉर्न बेबी है या जिनके बच्चे की उम्र अभी एक साल से कम है यानी ये बच्चे की पहली बरसात है। बरसात के मौसम में बच्चे को थोड़ी एक्स्ट्रा केयर की जरूर होती है। तेज गर्मी के बाद अचानक से बारिश की वजह से टेंपरेचर में कमी हो जाति है। या कभी टेंपरेचर ज्यादा हो जाता है तो इस मौसम में बच्चे को सर्दी जुकाम होना फंगल इंफेक्शन होना ,बैक्टीरिया एलर्जी होना बच्चे के पेट में इंफेक्शन होना स्किन रैशेज होना बहुत आम सी बात हो जाती है। और जाने-अनजाने में अगर पेरेंट्स कुछ गलतियां बरसात के मौसम में कर जाते हैं। तो ये बच्चे को बीमार कर सकती हैं। इसलिए आज की लेख में हम बताएंगे 7 आम मिस्टेक्स जो जाने अनजाने में पैरंट छोटे बच्चे के साथ कर जाते हैं। जिससे बच्चा बीमार हो सकता है। बच्चा परेशान हो सकता है।
बारिश में बच्चे की बोतल को साफ करना
अगर बच्चा बोतल से दूध पिता है और बच्चे की बोतल हम अच्छे से साफ नहीं करते स्पेशली बरसात के मौसम में तो इससे बच्चे को इंफेक्शन होने के चांसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं इसलिए बच्चे की बोतल अच्छे से साफ करें। बच्चा दिन में जितनी भी बार दूध पीता है। हर बार बच्चे की बोतल साफ करना चाहिए । बोतल साफ करने के लिए उबलते पानी में बच्चे की बोतल डालते हैं और 5 से 7 मिनट के लिए उसे छोड़ दें इससे बच्चे की बोतल अच्छे से साफ हो जाती है।
बरसात में बच्चो के आसपास साफ सफाई
अगर बरसात के मौसम में बच्चे के आसपास सफाई नहीं रखते हैं तो उससे बच्चे को पेट का इंफेक्शन होने के चांसेस बहुत बढ़ जाते हैं बरसात के मौसम में बच्चे के आसपास हमें सफाई का बहुत ध्यान रखना चाहिए। बच्चा जिन चीजों को ज्यादा टच करता है या मुंह में देता है जैसे तीतर या बच्चे का कोई टॉय तो उन सब चीजों को टाइम तू टाइम साफ करें।
बारिश में बच्चों को गीला होने से बचायें
बरसात के मौसम में हमें ध्यान रखना है की बच्चे को हम जरा भी गीला ना छोड़ें यानी बच्चे को गीला कपड़ा नही पहनना है बच्चे ने अगर यूरिन पास किया है तुरंत बच्चे के कपड़े को चेंज करें और बच्चे के कपड़े धोने के बाद उसमें थोड़ा सा डेटॉल डाल दें और बच्चे के कपड़े हमें धूप में ही सूखने हैं जिससे सारे जर्म्स खत्म हो जाते हैं और बच्चे की स्किन हेल्दी रहती है।
बरसात के मौसम में बच्चों की मालिश
बच्चे की मालिश बरसात के मौसम में हमें किस तेल से करनी चाहिए क्योंकि बरसात के मौसम में ही बच्चे को रैशेज होना घमौरी होना बहुत आम बात होती है इसलिए बरसात के मौसम में बच्चे की मालिश करने के लिए सबसे अच्छा तेल होता है कोकोनट तेल किसी भी ब्रांड का कोल्ड प्रेस कोकोनट तेल आप यूज कर सकते हैं बच्चे की मालिश के लिए वीक में एक दिन आप सरसों के तेल में अजवाइन और लहसुन की कुछ कलियां मिलकर गर्म कर उसे ठंडा कर लीजिए और उसी तेल से वीक में एक दिन बच्चे की मालिश करिए इससे बच्चे को सर्दी जुकाम खांसी जो बरसात में अक्सर हो जाता है नहीं होगा और मालिश करने के 15 मिनट के बाद ही आपको बच्चे को नहलाना है।
बरसात में बच्चे का पीने वाला पानी
मौसम में छोटे बच्चे को अक्सर इंफेक्शन पानी की वजह से ही होता है इसलिए अगर बच्चा फॉर्मूला मिल्क पीता है तो हमें ध्यान रखना है की जो पानी से हम फॉर्मूला मिल्क बनाते टाइम पर यूज कर रहे हैं वो अच्छे से साफ होना चाहिए या बच्चा अगर पानी पीता है तो वो भी अच्छे से बॉयल पानी होना चाहिए और फिर जब वो पानी नॉर्मल रूम टेंपरेचर पर जाए तो हम बच्चे को उसे पीला सकते हैं।
मॉस्किटो का उपयोग करने से बचें
बरसात के मौसम में अक्सर मच्छर बहुत हो जाते हैं इसलिए पेरेंट्स मॉस्किटो रेपेलेंट का यूज करते हैं लेकिन ये छोटे बच्चों के लिए सेफ नहीं होते इसलिए छोटे बच्चों के साथ हम इसका यूज नहीं करना चाहिए बच्चे को मच्छर से बचाने के लिए हम मच्छरदानी का यूज करें या कोई नेचुरल तरीके से बने हुए मॉस्किटो रेपेलेंट का यूज कर सकते हैं
बरसात के मौसम में बच्चों को बाहर का खाना न दे
बरसात के मौसम में आपको बच्चे को बाहर का खाना बिल्कुल नहीं खिलाना है कभी-कभी हम बच्चे को कुछ चीज बाहर की खिला देते हैं जब खुद खा रहे होते हैं लेकिन बरसात के मौसम में ऐसा करने से बिल्कुल अवॉइड करना है बच्चे को आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक यह सब चीज बाहर की नहीं खिलानी है अगर ये बच्चे की पहली बरसात है तो बच्चे को हर बार फ्रेश बना हुआ खाना ही हमें खिलाना है