सतना : एमपी के सीधी जिले में एक आदिवासी पर पेशाब करने के आरोपी भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर एनएसए लगाया गया है। प्रवेश पर नशे की हालत में युवक से अभद्रता करने का आरोप है। सरकारी अमला प्रवेश का घर ढ्हाने बुलडोजर और जेसीबी लेकर पहुंचा है। मौके पर एसडीएम नीलांबर मिश्रा, पटवारी और 70 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद हैं। जेसीबी देखकर आरोपी प्रवेश की मां और चाची बेहोश हो गईं डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। आरोपी की मां रोते हुए अफसरों से बोली- बेटे ने गलत काम किया है तो उसे सजा दें। मेरा घर न गिराएं। यह घर मैंने बड़ी मुश्किल से बनाया है। लेकिन प्रशासन की टीम बुलडोजर और जेसीबी से मकान को गिराने में जुटी रही। सिहावल एसडीएम आरपी त्रिपाठी का कहना है कि मकान में किए गए निर्माण में से करीब एक तिहाई हिस्सा अवैध है, उसे ढहाया जा रहा है।
मकान में प्रवेश के पिता समेत चार हिस्सेदार
सभी परिजन को बाहर निकालकर मकान को तोड़ने का काम जारी है। इस मकान में चार हिस्सेदार हैं- प्रवेश के पिता रमाकांत शुक्ला, दो चाचा और दादी। इस मकान के आसपास बने स्टोर रूम के दो कमरे, मेहमानों के लिए बनाया गया कमरा और सीढ़िया तोड़ी जा चुकी है। राजस्व विभाग के अधिकारी सौरभ मिश्रा ने बताया कि फिलहाल 400 वर्ग फीट में बने अवैध हिस्से को गिरा दिया गया है।
पिता-माता और पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की गई थी
आरोपी प्रवेश सीधी से 20 किलोमीटर दूर कुबरी गांव का रहने वाला है। उसका घर पंचायत भवन से 100 मीटर दूर है। वीडियो सामने आने के बाद बहरी पुलिस मंगलवार को उसके घर पहुंची थी, लेकिन प्रवेश वहां नहीं मिला। पुलिस ने उसके पिता-माता और पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की। परिवार ने घटना को लेकर किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार किया। इसके बाद रात करीब दो बजे प्रवेश को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बनाई जांच समिति
घटना को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति बनाई है। यह समिति पूरे मामले की जांच कर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट देगी। समिति में विधायक शरद कोल, अमर सिंह और बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह को भी शामिल किया गया है।
विधायक का प्रतिनिधि रह चुका है आरोपी
प्रवेश का वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ था। यह 10 दिन पुराना बताया जा रहा है। आरोपी सीधी जिले के विधायक
केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि रह चुका है। आदिवासी युवक के पहले मानसिक विक्षिप्त होने की जानकारी सामने आई थी, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई।
विधायक शुक्ला बोले – प्रवेश न मेरा प्रतिनिधि, न बीजेपी कार्यकर्ता
जब विधायक केदारनाथ शुक्ला से सवाल किया तो उन्होंने कहा, प्रवेश न तो मेरा प्रतिनिधि है, न ही पार्टी का कार्यकर्ता। चूंकि मैं जनप्रतिनिधि हूं तो मुलाकात होना संभव है। उन्होंने स्वीकार किया कि वे प्रवेश शुक्ला का जानते हैं।
जवाब में अरुण यादव ने टूवीट किया आरोपी का नियुक्ति पत्र
विधायक केदारनाथ शुक्ला ने आरोपी प्रवेश शुक्ला को कार्यकर्ता मानने से ही मना कर दिया। इस पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रवेश शुक्ला को भाजपा मंडल उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने का पत्र ट्वीट कर दिया।
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