समंदर कितना गहरा ,समंदर में इंसान कहां तक गया है समंदर की सबसे गहरी जगह पर कौन से जीव रहते हैं समंदर के भीतर रोशनी कहां तक पहुंचती है। आइये इन सब बातों पर रोशनी डालें। दुनिया के सतह का लगभग 70% हिस्सा पानी से भरा हुआ है। पानी के नीचे का 80% से अधिक हिस्सा है। जो अनमैप है ।अनएक्सप्लोर है। अन ऑब्जर्व्ड है। तो चलते हैं समंदर के नीचे
समंदर की गहराई में अबतक कौन गया?
पानी में ज्यादातर जीव सात के पास ही पे जाते हैं आप जैसे-जैसे नीचे जाएंगे पानी का तापमान बदलेगा प्रेशर बढ़ेगा रोशनी कम होने लगेगी हर्बर्ट नीट ने 2007 में एक रिकॉर्ड बनाया 2007 में 214 मी यानी 702 फिट की गहराई तक पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया। उन्हें कहा गया द डिपिस्ट मां ऑन अर्थ फ्री ड्राइविंग वर्ल्ड चैंपियन क्योंकि वो समंदर की इतनी गहराई तक बिना किसी ब्रीडिंग आपरेटर के पहुंचे। एक सांस में किया ये करिश्मा 2014 में अहमद गर्बनी डीपेस्ट स्कूबा डाइव की साजो-सामान यानी ब्रीदिंग अपरेट्स के साथ रेड सी में 332 मी यानी 1090 फिट की गहराई तक पहुंचे।
समंदर में सूर्य की रोशनी कहाँ तक जाती है?
समंदर की सतह से 1000 मीटर नीचे यानी 3280 फिट नीचे रोशनी खत्म होना शुरू हो जाति है इस जोन को इन्फोटेक जोन कहा जाता है। इसे मिडनाइट जोन कहा जाता है। जिसके बाद समंदर में सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती। इसके नीचे बहुत कम जीव पाए जाते हैं। क्योंकि शिकार के लिए तैरने के लिए रोशनी नहीं है।
समंदर कितना गहरा है?
डिप्टव्हेल समंदर के सतह से सांस और ऑक्सीजन लेकर 3000 मीटर नीचे डाइव कर सकती है। अगर टाइटेनिक जहाज के मलबे की बात करें तो यह 12500 फिट नीचे है। यानी 3800 मी नीचे समुद्र के कई गहरी हिस्सो में रोशनी बिल्कुल नहीं पहुंचती। यहां कई ऐसे जानवर है। जो खुद से ही रोशनी पैदा करना जानते हैं ओसियन सर्विस के हिसाब से महासागर के सबसे गहरी हिस्सो को चैलेंजर डीप कहा जाता है चैलेंजर डीप 10935 मी नीचे यानी 35876 फिट गहराई तक है।
समंदर सबसे गहरा कहा है?
ये इलाका कहां है मारियाना ट्रेंच में दक्षिण की ओर पश्चिम प्रशांत महासागर के नीचे अमेरिकी द्वीप भुवाम से कई 100 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में है। इसका नाम ब्रिटिश रॉयल नेवी सर्वे शिव एचएमएस चैलेंज के नाम पर रखा गया है। HMS चैलेंजर ने 1872 और 1876 के बीच हुए एक्सपीडिशंस में इसकी गहराई की रिकॉर्डिंग की थी।बिना इंसान के समुद्र के नीचे पहुंचाई है। ये अभियान बहुत कुछ पता लगाया समंदर के बारे में,
समंदर की गहराई में पहुँचने वाले पहले इंसान
1960 में टोन वर्ष और जैक स्पीकर पहली बार इस गहराई तक पहुंचे वो अपनी पनडुब्बी यानी समर्सिबल में बैठ के गए। उसके बाद 2012 में पहुंचे जेम्स कैमरन वही टाइटेनिक फिल्म के डायरेक्टर वो भी गए , इसके बाद अपनी पनडुब्बी डीप सी चैलेंजर में बैठकर 2019 में विक्टर वास्को इस जगह अपनी पनडुब्बी यानी सबमर्सिबल डीएसपी लिमिटिंग फैक्टर से इस जगह पहुँचे , ये जनाब माउंट एवरेस्ट भी फतेह कर चुके हैं। इसके बाद कई लोग चैलेंज डीप में समर्सिबल में बैठ गए।
इतने गहरे समंदर में रहता कौन हैं?
अब आप जानना चाहेंगे इस जगह पर रहता कौन है। यहां रहते हैं सी पिग्स, सी कंबर्स ,स्नेल फिश और जायंट डीप सी अमीबाज जिन्हें दुनिया के सबसे बड़े सिंगल सेल आर्गनिज्म के नाम से भी जाना जाता है।
इंसान समंदर को कितना जान पाए ?
तो क्या अब हम समंदर के बारे में सब कुछ जानते हैं। वेल यूनेस्को के मुताबिक अब तक समुद्र का केवल पांच प्रतिशत ही एक्सप्लोर किया गया है तो अभी बहुत कुछ जानना बाकी है।